शासकीय सम्मान एवं पुरस्कारों की बातें करें तो भारत रत्न देश का सर्वाेच्च नागरिक सम्मान हैं। इसी प्रकार पद्मविभूषण दूसरा तथा पद्मभूषण एवं पद्मश्री, तीसरा एवं चौथा भारत का सर्वाेच्च नागरिक सम्मान है। ये सभी सम्मान भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जाते हैं। वहीं बात करें छत्तीसगढ़ की तो भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न नामचिन व्यक्तियों को पद्मभूषण एवं पद्मश्री सम्मान से नवाजा दिया गया हैं।
Divijendra Nath Mukherjee |
डॉ. द्विजेन्द्र नाथ मुखर्जी
चिकित्सक
चिकित्सा क्षेत्र में सन् 1965 में पद्मश्री से अलंकृत
Pandit Mukutthar Pandey |
पंडित मुकुटधर पाण्डेय
छायावाद कविता के जनक माने जाते है
साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में सन् 1976 में पद्मश्री से अलंकृत
साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में सन् 1976 में पद्मश्री से अलंकृत
Habib Tanveer |
हबीब तनवीर
पटकथा लेखक, नाट्य निर्देशक, कवि और अभिनेता
कला जगत के क्षेत्र में सन् 1983 में पद्मश्री और सन् 2002 में पद्मभूषण से अलंकृत
Teejan Bai |
तीजन बाई
पड़वानी लोकगीत नाट्य की पहली महिला कलाकार
कला जगत के क्षेत्र में सन् 1987 पद्मश्री एवं 2003 में पद्मभूषण से अलंकृत
Rajmohini devi |
राजमोहिनी देवी
गांधीवादी विचारधारा वाली एक समाज सेविका, जिन्होंने शराब बंदी के लिए अभियान चलाया
सामाजिक कार्य के क्षेत्र में सन् 1989 में पद्मश्री से अलंकृत
Dharampal Saini |
धरमपाल सैनी
बस्तर क्षेत्र में आदिवासी बच्चों के लिए शिक्षा अभियान चलाया
सामाजिक कार्य के क्षेत्र सन् 1992 में पद्मश्री से अलंकृत
Dr. Arun Trimbak Dabake |
डॉ. अरूण त्र्यंबक दाबके
शिशु रोग विशेषज्ञ
चिकित्सा क्षेत्र में सन् 2004 में पद्मश्री से अलंकृत
Punaram Nishad |
पुनाराम निषाद
पंडवानी लोकगीत के कलाकार
कला जगत क्षेत्र में सन् 2005 में पद्मश्री से अलंकृत
Mehrunisha Parvez |
मेहरूनिशा परवेज
प्रसिद्ध लेखिका
शिक्षा एवं साहित्य क्षेत्र में सन् 2005 में पद्मश्री से अलंकृत
Dr. Mahadev Prasad Pandey |
डॉ. महादेव प्रसाद पाण्डेय
आयुर्वेद शिक्षक एवं स्वतंत्रता सेनानी
शिक्षा एवं साहित्य क्षेत्र में सन् 2007 में पद्मश्री से अलंकृत
John Martin Nelson |
जॉन मार्टिन नेल्सन
प्रसिद्ध मूर्तिकार
कला जगत क्षेत्र में सन् 2008 में पद्मश्री से अलंकृत
Govindram Nirmalkar |
गोविन्दराम निर्मलकर
छत्तीसगढ़ी लोककला नाचा के पर्याय
कला जगत क्षेत्र में सन् 2009 में पद्मश्री से अलंकृत
Dr. Surendra Dubey |
डॉ. सुरेन्द्र दुबे
प्रसिद्ध हास्य कवि
शिक्षा एवं साहित्य क्षेत्र में सन् 2010 में पद्मश्री से अलंकृत
Satyadev Dubey |
सत्यदेव दुबे
जाने माने नाटककार, पटकथा लेखक, फ़िल्म एवं नाट्य निर्देशक
कला एवं रंगमंच क्षेत्र में सन् 2011 में पद्मभूषण से अलंकृत
Dr. Topraj Bafna |
डॉ. पुखराज बाफना
शिशु रोग विशेषज्ञ
चिकित्सा क्षेत्र में सन् 2011 में पद्मश्री से अलंकृत
Shamshad Begum |
शमशाद बेगम
महिलाओं के साक्षरता
सामाजिक कार्य क्षेत्र में सन् 2012 में पद्मश्री से अलंकृत
Fulbasan Bai Yadav |
फुलबासन बाई यादव
महिलाओं को स्वरोजगार के लिए स्वयं सहायता समूहों से जोड़ना
सामाजिक कार्य क्षेत्र में सन् 2012 में पद्मश्री से अलंकृत
Bharti Bhandhu |
स्वामी जी.सी.डी भारती (भारती बंधु)
अंतर्राष्ट्रीय सूफी गायक
कला जगत क्षेत्र में सन् 2013 में पद्मश्री से अलंकृत
Anuj Sharma |
अनुज शर्मा
छत्तीसगढ़ी सिनेमा के सबसे ज्यादा चर्चित अभिनेता
कला जगत क्षेत्र में सन् 2014 में पद्मश्री से अलंकृत
Saba anjum |
सबा अंजुम
भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान
पद्मश्री पुरस्कार पाने वाली प्रदेश की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी
खेल जगत क्षेत्र में सन् 2015 में पद्मश्री से अलंकृत
Shekhar Sen |
शेखर सेन
हिन्दी नाट्य जगत के गायक, संगीतकार, गीतकार एवं अभिनेता
संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष
कला जगत क्षेत्र में सन् 2015 में पद्मश्री से अलंकृत
Mamta Chandrakar |
ममता चन्द्राकर
छत्तीसगढ़ की लोकगायिका एवं छत्तीसगढ़ की स्वर कोकिला
कला जगत क्षेत्र में सन् 2016 में पद्मश्री से अलंकृत
Arun Sharma |
अरूण शर्मा
भारत के प्रसिद्ध पुरातत्वविद तथा छत्तीसगढ़ शासन के पुरातात्विक सलाहाकार
पुरातत्व क्षेत्र में सन् 2017 में पद्मश्री से अलंकृत
Pandit Shyamlal Chaturvedi |
पंडित श्यामलाल चतुर्वेदी
साहित्यकार एवं पत्रकार तथा छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के प्रथम अध्यक्ष
शिक्षा एवं साहित्य क्षेत्र में सन् 2018 में पद्मश्री से अलंकृत
Damodar Ganesh Bapat |
दामोदर गणेश बापट
कुष्ट पीड़ितों की सेवा में पूरा जीवन समर्पित
सामाजिक कार्य क्षेत्र में सन् 2005 में पद्मश्री से अलंकृत
2019 में पड़वानी लोकगीत नाट्य की पहली महिला कलाकार को पद्मविभूषण दिया गया था।
लोककला के क्षेत्र में तीजन बाई को 1987 पद्मश्री एवं 2003 में पद्मभूषण से भी अलंकृत किया जा चुका है।
बस्तर के लुप्त हो चुके पारंपरिक वाद्ययंत्रों के जरिए बस्तर बैंड तैयार कर देशभर में ख्याति दिलाने वाले अनूप रंजन पाण्डेय को 2019 में कला संगीत क्षेत्र उत्कृष्ट कार्य के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
गुरुजी के नाम से मशहूर संगीत शिक्षक, गजल गायक और सूफी गायक मदन सिंह चौहान को 2020 में कला संगीत क्षेत्र में पद्श्री सम्मान से नवाजा गया।
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध पंथी नर्तक डॉ. राधेश्याम बारले को 2021 में पद्मश्री सम्मान दिया गया था।
2023 में पंडवानी गायिका उषा बारले को कला संगीत क्षेत्र में पद्मश्री सम्मान दिया गया।
नाचा कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए डोमार सिंह कंवर 2023 में पद्मश्री सम्मान दिया गया।
लकड़ी पर कलाकृति उकेरने वाले (काष्ठकला) कलाकार अजय कुमार मंडावी 2023 में पद्मश्री सम्मान दिया गया।
डॉ. दि्वजेन्द्र नाथ मुखर्जी को पश्चिम बंगाल का, श्री हबीब तनवीर को दिल्ली और मध्यप्रदेश का,मेहरुन्निसा परवेज को मध्यप्रदेश का और श्री सत्यदेव दुबे को महाराष्ट्र का दर्ज किया गया है, लेकिन जन्मना अथवा छत्तीसगढ़ से गहरे जुड़ाव के कारण इस सूची के आवश्यक नाम हैं।
1 comments so far
BAHUT ACHCHA PAR OPTION SABHI WORKING NAHI H
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