Chhollywood_Chhattisgarhi Cinema



Chhattisgarhi Cinema

छत्तीसगढ़ की प्रथम फिल्म 


  • छत्तीसगढ़ी भाषा में बनी छत्तीसगढ़ की प्रथम फिल्म 'कही देबे सन्देसÓ (ब्लैक एण्ड वाईट) थी। यह फिल्म अंतर्राज्कीय प्रेमकथा एवं छूआछूत पर आधारित है। इस फिल्म का प्रदर्शन 16 अप्रैल 1965 को किया गया।  कहा जाता है कि कही देबे संदेश को तत्कालीन भारत की प्रधानमंत्री एवं सूचना व प्रसारण मंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने देखा और प्रशंसा भी किया था। छत्तीसगढ़ की प्रथम फिल्म का निर्माण मनु नायक ने किया। साथ ही उन्होनें इस फिल्म का लेखक एवं निर्देशक भी किया। मनु नायक छत्तीसगढिय़ा फिल्म के भीष्म कहे जाते है। इस फिल्म में मुख्य अभिनेता कान मोहन (सिंधी फि ल्म के नायक), मुख्य अभिनेत्री उमा (राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म दोस्ती में अभिनय  किया था), सहायक अभिनेत्री के रूप में सुरेखा ख्वाजा अहमद अब्बास ने अभिनय किया। 'कही देबे सन्देसÓ में संगीत मलय चक्रवर्ती ने दिया तथा इस फिल्म के लिए गीत डॉ. एस. हनुमंत नायडू एव राजदीप लिखे। इस फिल्म में मोहम्मद रफी, महेंद्र कपूर, सुमन कल्याणपुर व मीनू पुरुषोत्तम जैसे हिन्दी फिल्मों के महान गायकों ने इस फिल्म में गीत गाये।

छत्तीसगढ़ की दूसरी फिल्म 

  • छत्तीसगढ़ी भाषा में बनी छत्तीसगढ़ की दूसरी फिल्म घर-द्वार (ब्लैक एण्ड वाईट) थी। यह फिल्म सामाजिक पृष्टि भूमि पर आधारित फिल्म थी। इस फिल्म का निर्माण जे. के. फिल्मस् रायपुर द्वारा किया गया था। फिल्म का प्रदर्शन 1971 में किया गया। इस फिल्म के निर्माता विजय कुमार पाण्डेय थे तथा फिल्म का निर्देशक एवं लेखक निरंजन तिवारी ने किया। इस फिल्म के संगीतकार जमाल सेन, गीतकार हरि ठाकुर एवं इस फिल्म में गीतों को मोहम्मद रफी एवं सुमन कल्याणपुर ने अपनी आवाज दी थी। इस फिल्म ने बम्बई (मुम्बई) एवं छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने अभिनय किया।

छत्तीसगढ़ की प्रथम कलर फिल्म

  • छत्तीसगढ़ की प्रथम कलर फिल्म मोर छंइया भुंईया है। मोर छंइया भुंईया सेे छत्तीसगढ़ फिल्म उद्योग का पुनर्जन्म हुआ। फिल्म का प्रदर्शन 27 फरवरी 2000 को किया गया। इस फिल्म के निर्माता - शिवदयाल जैन एवं निर्देशक एवं लेखक सतीश जैन ने किया। मोर छंइया भुंईया है छत्तीसगढ़ की प्रथम कलर फिल्म एवं महान ब्लॉकबस्टर फिल्म है। इस फिल्म ने अनुज शर्मा को छत्तीसगढ़ी फिल्म का प्रथम सुपर स्टार बना दिया। इस फिल्म में मुख्य कलाकार अनुज, शेखर, पूनम, जागृति, मनमोहन ठाकुर थे। बाबला बागची ने इस फिल्म के लिए संगीत दिए तथा लक्ष्मण मस्तुरिया एवं विनय बिहारी ने गीत लिखे। 

छत्तीसगढ़ी फिल्म विकास बोर्ड

  • छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ी भाषा के फिल्मों के निर्माण में तेज आयी और छत्तीसगढ़ी भाषा में फिल्मे लगातार बन नहीं है। छत्तीसगढ़ी फिल्मों के विकास के लिए छत्तीसगढ़ी फिल्म विकास बोर्ड का गठन प्रस्तावित है।


EmoticonEmoticon