छत्तीसगढ़ के संभाग एवं जिलों का निर्माण
सन् 1861
- मध्य प्रांत का गठन - सन् 1861 (छत्तीसगढ़ का भू-भाग इसका हिस्सा था)
- रायपुर एवं बिलासपुर जिले की स्थापना
सन् 1862
- छत्तीसगढ़ संभाग का गठन - 1862
- छत्तीसगढ़ भू-भाग में बिलासपुर, रायपुर एवं संबलपुर को मिलाकर छत्तीसगढ़ को संभाग बनाया गया।
- (1905 में मध्य प्रांत एवं बंगाल प्रांत का पुर्नगठन किया गया, जिससे संबलपुर ओडि़सा राज्य में शामिल कर लिया गया)
सन् 1906
- दुर्ग जिला का गठन - 1906
- मातृ जिला - बिलासपुर एवं रायपुर
सन् 1947
- स्वतंत्रता - 1947 (छत्तीसगढ़ के 14 रियायतों का विलय भारत संघ में कर दिया गया)
सन् 1948
- सरगुजा, रायगढ़ एवं बस्तर सहित तीन नये जिला का गठन
सन् 1956
- मध्यप्रदेश राज्य की स्थापना 1 नवम्बर 1956 (छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश का एक हिस्सा बना)
- छत्तीसगढ़ में जिलों की संख्या - 6 (सरगुजा, रायगढ़, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, बस्तर)
- बिलासपुर संभाग का गठन - 1956
- बिलासपुर संभाग के जिले - बिलासपुर, सरगुजा एवं रायगढ़
- रायपुर संभाग के जिले - रायपुर, दुर्ग एवं बस्तर
सन् 1973
- राजनांदगांव जिले की स्थापना - 26 जनवरी 1973
- मातृ जिला - दुर्ग
- रायपुर संभाग के जिले - 4 (रायपुर, दुर्ग, बस्तर, राजनांदगांव)
सन् 1981
- बस्तर संभाग की स्थापना - 1981
- छत्तीसगढ़ में संभागों की संख्या - 3 (बिलासपुर, रायपुर, बस्तर)
- जिलों की संख्या - 7 (सरगुजा, रायगढ़, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव एवं रायपुर)
सन् 1998
- 1998 में 9 जिलों का गठन
- सरगुजा से कोरिया,
- बिलासपुर से कोरबा एवं जांजगीर-चांपा
- रायगढ़ से जशपुर
- रायपुर से धमतरी एवं महासमुंद
- बस्तर से कांकेर एवं दंतेवाड़ा
- राजनांदगांव एवं बिलासपुर - कवर्धा
सन् 2000
- छत्तीसगढ़ राज्य का गठन - 01 नवम्बर 2000
- जिलों की संख्या - 16
- संभागों की संख्या - 3 (रायपुर, बिलासपुर, बस्तर)
राज्य निर्माण के कुछ समय बाद संभागीय प्रशासनिक ईकाई भंग कर दी गई थी।
सन् 2007
- अप्रैल 2007 में दो नये जिलों का निर्माण
- बस्तर से नारायणपुर तथा दक्षिण बस्तर से बीजापुर
- जिलों की संख्या - 18
सन् 2008
- पुन: संभागों का गठन - अप्रैल 2008
- संभाग - रायपुर, बिलासपुर, बस्तर एवं सरगुजा (नया संभाग)
- सरगुजा संभाग का गठन - 01 अप्रैल 2008
सन् 2012
- छत्तीसगढ़ राज्य में 9 जिलों का निर्माण
- रायपुर से बलौदाबाजाजार एवं गरियाबंद
- दुर्ग से बालोद एवं बेमेतरा
- बिलासपुर से मुंगेली
- सरगुजा से सूरजपुर एवं बलरामपुर
- दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा से सुकमा
- बस्तर से कोण्डागांव
सन् 2014
- दुर्ग संभाग की स्थापना - जनवरी 2014
- जिलों की संख्या - 27
- संभागों की संख्या - 5
- सरगुजा संभाग में जिलों की संख्या - पांच (सरगुजा, कोरिया, जशपुर, सूरजपुर एवं बलरामपुर)
- बिलासपुर संभाग में जिलों की संख्या - पांच (बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, मुंगेली)
- रायपुर संभाग में जिलों की संख्या - पांच (रायपुर, धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद, बलौदाबाजार)
- बस्तर संभाग में जिलों की संख्या - सात (बस्तर, दंतेवाड़ा (दक्षिण बस्तर), कांकेर (उत्तर बस्तर), नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा एवं कोण्डागांव)
- दुर्ग संभाग में जिलों की संख्या - पांच (दुग, राजनांदगांव, बेमेतरा, बालोद, कबीरधाम)
- क्षेत्रफल में सबसे बड़ा संभाग -
- 01. बस्तर, 02. सरगुजा, 03. बिलासपुर, 04. रायपुर, 05. दुर्ग (सबसे छोटा संभाग)
- जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा संभाग -
- 01. बिलासपुर, 02. रायपुर, 03. दुर्ग, 04. सरगुजा, 05. बस्तर (सबसे छोटा संभाग)
राज्य संभागों में बंटा हुआ है। संभाग से जिों पर नियंत्रण रखा जाता है। संभाग के प्रमुख अधिकारी संभाग आयुक्त कहलाते है। संभाग से छोटी इकाई जिला है, जिसके शीर्ष अधिकारी को जिलाधीश कहते है।
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